1.98 करोड़ मांगे मिले केवल 47.55 लाख

इटावा। ओलावृष्टि से पीड़ित किसानों को मुआवजा देने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने जितना पैसा शासन से मांगा था उसका आधा भी नहीं मिला है। अभी 47.55 लाख रुपये मिले हैं, विभाग के पास पहले का 10 लाख रुपया है। इस धनराशि से फिलहाल दो-तीन दिन में मुआवजे का वितरण शुरू कर दिया जाएगा।


 

पिछले सप्ताह दो बार हुई ओलावृष्टि से सदर, भरथना और चकरनगर तहसील क्षेत्र के किसानों की फसलों का भारी नुकसान हुआ था। सर्वे के तहसील के अधिकारियों ने भारी लापरवाही बरती और कुछ सैकड़ा किसानों की फसलों को ही नुकसान बताया। सदर और चकरनगर तहसील में तो नुकसान 30 फीसदी से कम दिखाया गया था। अमर उजाला ने किसानों के साथ हुई नाइंसाफी को 8 मार्च के अंक में प्रमुखता से प्रकाशित किया। इस खबर को सांसद रामशंकर कठेरिया ने संज्ञान में लिया और खुद जिलाधिकारी जेबी सिंह के साथ कुछ खेतों का निरीक्षण किया। सांसद के निर्देश पर जिलाधिकारी ने दोबारा सर्वे कराया। इसमें तीनों तहसीलों में 33 फीसदी नुकसान बताकर 9870 किसानों को मुआवजे के लिए चिह्ति किया गया। इन किसानों के लिए आपदा प्रबंधन विभाग ने शासन से 01 करोड़ 98 लाख 14 हजार 573 रुपये मांगे थे। इसमें शासन ने 47.55 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। विभाग के पास पहले का 10 लाख रुपया भी शेष है। आपदा प्रबंधन विभाग प्रभारी सचेत कुमार ने बताया कि दो तीन दिन में किसानों को मुआवजे का वितरण शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि भरथना तहसील में 5730, सदर तहसील में 3803 और चकरनगर में 280 किसानों को मुआवजा दिया जाना है। एडीएम ज्ञान प्रकाश ने बताया कि मुआवजे की धनराशि की पहली किस्त मिल गई है। तहसीलों से किसानों की बेनीफिशरी रिपोर्ट मांगी गई है। रिपोर्ट आने के साथ किसानों के खाते में पैसा भेज दिया जाएगा। सांसद कठेरिया ने कहा कि किसानों को पूरा मुआवजा दिलाया जाएगा। अभी पहली किस्त आई है, जल्द ही दूसरी किस्त भी आ जाएगी।